जनजातिय क्षेत्र लाहौल| चारों और पर्वतों से घिरा लाहौल ग्रीष्म में बेहद खूबसूरत लगता है | पहाड़ों की चोटिओं में बर्फ और आकाश में स्वतंत्रता से उड़ते हुए मेघ मन को मोह लेते हैं |धरती अपने आँचल में कई रंगों से भरी बहार को चारों और लुटाती दिखती है | कभी पानी की बूंदें तो कभी गर्मी की तपिश फसलों में जान भर देती हैं | सुबह की औस नेत्रों को सुकून देने वाली होती हैं। चिनाव की सॉय सॉय भोर को और भी मधुर बना देती है | बैलों से जुताई का काम लाहौल में लगभग समाप्त हो चुका है | अब लाहौल का किसान आधुनिक खेती की तरफ अग्रसर है | बैलों की बजाय अब खेतों में ट्रेक्टर दौड़ते हैं |आधुनिक कृषि यंत्रों से कृषि कार्य और अधिक सुगमता और कम समय में पूर्ण हो जाता है |
लाहौल में मुख्यता आलू , मटर ,गोभी , आइस वर्ग , ब्रोकली आदि की फसलें तैयार की जाती हैं | लाहौल में किसान को कई तरह की समस्याएं भी हैं | जब फसल पक कर तैयार होती है तब कई बार रोहतांग में सड़क बारिश के कारण ढह जाती है | मार्ग अवरुद्ध होने के कारण फसल समय पर उठ नहीं पाती जिसके कारण फसल के सड़ने का खतरा उत्पन्न हो जाता है | आलू की फसल जब तैयार हो तो कई बार रोहतांग दर्रे में बर्फ पड़नी शुरू हो जाती है | बर्फ के कारण आलू उठाने वाले ट्रक लाहौल की तरफ नहीं आ पाते या फिर वे रोहतांग में ही फंस जाते हैं इससे किसान को बड़ी तकलीफ होती है | अब लाहौल के सभी किसानो की समस्याओं का हल निकलने जा रहा है रोहतांग में अटल टनल बन कर तैयार हो चुकी है | अक्टूबर में प्रधान मंत्री जी अटल टनल का उद्धघाटन करेंगे | यह टनल साल के बारह महीने खुली रहेगी जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ साथ साथ लाहौल के किसानो के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा |लाहौल में अटल टनल पर्यटन की दृष्टिकोण से भी बड़ी कारगर सिद्ध होगी | मैं अपनी तथा समस्त लाहौल वासिओं की तरफ से सरकार का तहे दिल से धन्यवाद करता हूँ |
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